कोटद्वार पुलिस ने ईनामी फरार अभियुक्त को बिजनौर से किया गिरफ्तार।

0
Spread the love

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्रीमती श्वेता चौबे के निर्देशन में “ऑपरेशन प्रहार” के तहत पौड़ी पुलिस कर रही शातिर अपराधियों पर सख्त कार्यवाही।

दिनांक 01.05.2023 को वादी मनोज सिंह पुत्र कलम सिंह, निवासी-मीट मार्केट कोटद्वार, पौडी गढवाल ने कोतवाली कोटद्वार पर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया कि उनके पिता कलम सिंह मय ई रिक्शा सहित गुम हो गये हैं। जिस सम्बन्ध में कोतवाली कोटद्वार पर गुमशुदगी क्रमांक-20/23 पंजीकृत किया गया। अभियोग उपरोक्त में दिनांक 01.05.2023 को अभियुक्त नासिर पुत्र मौ0 सुक्के, निवासी-फजलपुर, हबीब उर्फ बडी जुबाली, थाना-किरतपुर, जिला-बिजनौर (उ0प्र0) को मय गुमशुदा व ई-रिक्शा बरामद कर गिरफ्तार किया गया। घटना की गम्भीरता को देखते हुये गुमशुदगी को मु0अ0सं0- 94/2023, धारा-328/394/411 भा0द0वि तरमीम किया गया।

यह भी पढ़ें -  सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून के राजपुर कंडोली निवासी हवलदार मनीष थापा के निधन पर दिया श्रद्धांजलि ।

चूंकि अभियोग उपरोक्त में मुख्य अभियुक्त उमर पुत्र इस्लाम घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था व गिरफ्तारी से बचनें के लिये बार-बार अपने ठिकाने बदल कर रह रहा था। अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है, जिसके विरूद्ध ई-रिक्शा लूट के उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 09 अभियोग पंजीकृत हैं।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने सहारनपुर में ब्राह्मण इतिहास एवं गोत्रावली पत्रिका के स्वतंत्रता सेनानी विशेषांक का किया विमोचन ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे निर्गत निर्देशों के क्रम में जया बलोनी अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार के निर्देशन, विभव सैनी क्षेत्राधिकारी कोटद्वार मनिभूषण श्रीवास्तव प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास एवं ठोस सुरागरसी-पतारसी कर सर्विलान्स की मदद से दिनांक 12.09.2023 को अभियुक्त उमर पुत्र इस्लाम को झालू चौराहा बस स्टैण्ड नहटौर थाना नहटौर जिला बिजनौर उ0प्र0 से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।

यह भी पढ़ें -  सभी सड़कें 15 अक्टूबर तक गड्ढ़ा मुक्त की जाएं-सीएम।

अपराध करने का तरीकाः-

अभियुक्त अपने सहयोगियों के साथ सॉफ्ट टारगेट को चिन्हित कर उनसे जानपहचान कर उनको पेय पदार्थ में नशीली दवाईयां मिलाकर उन्हें किराये पर पूर्व से नियोजित एकान्त स्थान पर लेकर जाकर मारपीट कर लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे। लूटे हुये सामान को कुछ घण्टों में ही बेच कर अपने सहयोगियों के साथ अलग-अलग ठिकानों के लिये फरार हो जाते है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page