भराड़ीसैंण गैरसैंण में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी भूषण की पहल पर ब्रह्माकुमारी बहनों ने विधायकों को रक्षा सूत्र बांधे

0
Spread the love

भराड़ीसैंण (गैरसैंण), 21 अगस्त 2024:

उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में चल रहे मानसून सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी भूषण की पहल पर ब्रह्माकुमारी संस्था गैरसैंण व श्रीनगर की बहनों ने सभी माननीय विधायकों को रक्षा सूत्र बांधे। इस अनूठी पहल का उद्देश्य विधायकगणों को स्नेह और आत्मिक सुरक्षा का प्रतीक रक्षा सूत्र प्रदान करना था।

इस दौरान ब्रह्माकुमारी बहनों ने विधायकों से आध्यात्मिक मार्गदर्शन और जीवन में सकारात्मकता के महत्व पर भी चर्चा की । रक्षा सूत्र बांधते हुए उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों के दीर्घायु, सुख-समृद्धि और सफलता की कामना की। प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के निदेशक मेहर चन्द भाई ने नशा मुक्ति से सम्बन्धित रिपोर्ट की प्रति भी भेंट की व प्रदेश के सभी विधायक गणों ब्रह्माकुमारी केन्द्र माउंट आबु आने का निमन्त्रण भी दिया कार्यक्रम के दौरान विधायकगणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह आत्मिक बल और मानसिक शांति प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर है।

यह भी पढ़ें -  सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून के राजपुर कंडोली निवासी हवलदार मनीष थापा के निधन पर दिया श्रद्धांजलि ।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी भूषण ने कहा, “रक्षा सूत्र का यह अनुष्ठान हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। ब्रह्माकुमारी बहनों के माध्यम से आज हम सबने आत्मिक ऊर्जा प्राप्त की है, जो हमारे समाज और प्रदेश की सेवा में और भी ऊर्जा भरने का कार्य करेगी।”

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का जनपद रुद्रप्रयाग आगमन पर कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत एवं अभिनंदन।

इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने ब्रह्माकुमारी संस्था का विशेष आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।

यह भी पढ़ें -  पर्यावरण मित्र सम्मान समारोह व रक्त दान शिविर कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने किया प्रतिभाग।

यह कार्यक्रम सभी माननीय विधायकों के लिए एक स्मरणीय अनुभव साबित हुआ, जो उनके आत्मिक और सामाजिक जीवन में एक नई दिशा प्रदान करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page