Spread the love

शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।
चंपावत 5 दिसंबर 2022।
आखिर चंपावत के सिफ्टी क्षेत्र में आतंक के पर्याय बन चुके गुलदार को वन विभाग ने पकड़ने में सफलता पाई जिसके बाद ग्रामीणों व वन विभाग ने राहत की सांस ली ।

रविवार सवेरे इस गुलदार ने सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए एक नेपाली मजदूर पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था इस गुलदार की दहशत से क्षेत्र में महिलाओं ने जंगल जाना छोड़ दिया था तथा लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजने तक में डर रहे थे गुलदार गांव के आसपास ही घूम रहा था हालांकि वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा और कैमरे फिट किए हुए थे लेकिन गुलदार पिंजरे में कैद नहीं हो पाया तब जाकर वन विभाग चंपावत के द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए नैनीताल से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई ।

यह भी पढ़ें -  एजेस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने अब तक का सबसे अधिक बोनस वित्तवर्ष 2023-24 के लिए रु. 134.44 करोड़ घोषित किया।

क्षेत्र के पीएलवी गोविंद सिंह ने बताया कि गुलदार ने कल देर शाम एक गाय का शिकार कर दिया था तथा गुलदार गाय के पास ही बैठा हुआ था वन विभाग की एक्सपर्ट टीम ने देर रात 12:00 बजे के लगभग ट्रेंकुलाइजर गन से गुलदार पर निशाना साध कर बेहोश किया तब जाकर गुलदार को पिंजरे में कैद किया गया।

यह भी पढ़ें -  प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिष्टाचार भेंट कर केंद्रीय मंत्री, कृषक कल्याण मंत्रालय के दायित्व मिलने पर दी बधाई एवं शुभकामनाएं।

वन विभाग की टीम गुलदार को लेकर रानी बाग को रवाना हुई तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ।

मालूम हो चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदारो ने दहशत मचा रखी है लेकिन वन विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में पिंजरे तक नहीं है ना ही ट्रेंकुलाइजर गन है गुलदार पकड़ने के लिए बाहर से एक्सपर्ट व गन मंगानी पड़ती है जिसमें काफी समय बीत जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page