अपने ही विधानसभा में पूर्व कैविनेट मंत्री यशपाल आर्य ओर उसके पुत्र के काफिले पर स्थानीय लोगों ने किया लाठी-डंडों से हमला
उत्तराखंड /उधमसिंह नगर/ बाजपुर
बाजपुर में एक कार्यक्रम के तहत कांग्रेस गुट ओर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य गुट आमने सामने भीड़ गए नोवत यहां तक जा पहुंची कि पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के काफ़िले पर हमला बोल दिया और लाठी डंडो से हमला कर दिया। यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में उनके पुत्र व उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। वहीं पुलिस ने लगभग एक दर्जन लोगों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज किया तब जाकर यशपाल आर्य ने धरना समाप्त किया।
उधम सिंह नगर की विधानसभा बाजपुर में कांग्रेस के सदस्यता अभियान कार्यक्रम में यशपाल आर्य वह उनके पुत्र संजीव आर्य शिरकत करने आए थे l कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपाइयों को कांग्रेस की सदस्यता भी लेनी थी। यशपाल आर्य की इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने पुत्र संजीव आर्य के साथ जा रहे थे। इसी बीच काले झंडे लिए कांग्रेस का एक गुट ने उनके काफिले को घेर लिया और यशपाल आर्य के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करने लगे विरोधी कांग्रेसी गुट ने यशपाल आर्य को काले झंडे दिखाए और यशपाल आर्य वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए ।
इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री यशपाल आर्य अपने समर्थकों के साथ कोतवाली में जम कर हंगामा किया। हमले के विरोध में यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य थाने में धरने पर बैठ गये। धरने पर बैठे पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य विरोधी कांग्रेसी गुट पर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे थे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि अपने काफ़िले पर हमले को लेकर कहां कुछ कांग्रेसी ओर बीजीपी के सह पर उनके काफ़िले पर हमला हुआ यदि उनके समर्थक उन्हें नही बचाते तो सायद ये लोग उनकी ओर उनके पुत्र की हत्या कर सकते थे। जिन कांग्रेसियो की सह पर ये कार्य हुआ है उनका चहेरा बेनकाब हो चुका है।
विरोधी कांग्रेसी गुट के कुलविंदर सिंह किंदा ने कहां है कि ये दलबदलू नेता है बाज़पुर की जनता स्थानीय विधायक चाहती है। हम शांति पूर्व विरोध कर रहे थे लेकिन इन्होंने उनके कुछ लोगो को घायल किया है जो कि थाने में तहरीर देकर कारवाही कराएंगे।
एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि यशपाल आर्य ने एक तहरीर देकर आरोप लगाया है उन पर जानलेवा हमला किया गया है। जिसको लेकर एक तहरीर मिली है जिसके आधार पर लगभग एक दर्जन लोगों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर जांच होने आए बाद ग्रिफ्तारी कि जाएगी।