अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा ने स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत बन रहे शिशुपालन केन्द्र का किया स्थलीय निरीक्षण।

0
IMG-20220604-WA0016
Spread the love

शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।8210438343,9771609900
देहरादून 4 जून 2022 । देहरादून स्मार्ट सिटी लि0 के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत बन रहे शिशुपालन केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

स्थलीय निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था के अधिकारी, स्मार्ट सिटी के अधिकारी, एवं पी0एम0सी0,डी0एस0सी0एल0 के अभियन्ता उपस्थित रहें। स्थलीय निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा द्वारा अधिकारियों का निर्देशित किया गया कि शिशुपालन केन्द्र का कार्य अगस्त 2022 तक पूर्ण करने हेतु प्रयास किया जाए।

यह भी पढ़ें -  मसूरी पहुंचने पर केंद्रीय श्रम, रोजगार एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया स्वागत ।

शिशुपालन केन्द्रः-
•परियोजना की लागतः 1.03 करोड़
•परियोजना आरम्भ तिथि : 04 जनवरी 2022
•परियोजना पूर्ण होने की तिथि : अगस्त 2022

शिशुपालन केन्द्र के फिचर्सः-
शिशुपालन केन्द में बच्चों के खेलने की व्यवस्था होगी।
केन्द्र में भोजन करने हेतु जगह, रसोई एवं अन्य कार्यो के लिए भी अलग से व्यवस्था होगी।

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से भाजपा के वरिष्ठ नेता पुष्कर काला ने की भेंट, आगामी पंचायत चुनावों को लेकर की विस्तृत चर्चा।

बच्चों के सोने के लिए भी अलग से व्यवस्था एव
बच्चों के आऊट डोर गेम खेलने के लिए भी व्यस्था होगी।
शिशुपालन केन्द्र में हाल्टीकलचर का कार्य भी किया जाना है।

वर्तमान में शिशुपालन केन्द का कार्य प्रगति पर है जिसमें लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है वर्तमान में बाहरी ढाचॉ तैयार कर लिया गया एवं छत की सैटरिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है साथ ही इलेक्ट्रिक कार्य किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें -  स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने किया उत्तराखंड विधानसभा में शैक्षणिक भ्रमण।

अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार मिश्रा द्वारा बाताया गया कि निर्माणाधीन शिशुपालन केन्द्र में सोलर एनर्जी का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है तथा शिशुपालन केन्द्र के विद्युत आपूर्ति इसी सोलर पलान्ट से की जाएगी साथ ही उन्होने बताया की शिशुपालन केन्द्र में वाटर हार्वेस्टिंग टैकं भी बनाया जाना प्रस्तावित है जो कि भवन के जलापूति हेतु सहायक होगा ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page