हिप्पोक्रेटिक ओथ की जगह ‘महर्षि चरक शपथ’ लेंगे मेडिकल छात्रः डॉ0 धन सिंह रावत।

0
Spread the love

मेडिकल शिक्षण संस्थानों में स्थापित होगी चरक, सुश्रुत एवं धन्वंतरि की मूर्तियां

राजकीय मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजों में निर्माण कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश


शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।8210438343,9771609900
देहरादून, 23 मई 2022।
सूबे के मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजों में दीक्षा सत्रारंभ के अवसर पर हिप्पोक्रेटिक शपथ की बजाय छात्र-छात्राएं अब ‘महर्षि चरक शपथ’ लेंगे, जो भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के सर्वोच्च ग्रंथ चरक संहिता से ली जायेगी।

प्रदेश के प्रत्येक मेडिकल शिक्षण संस्थानों में भारतीय चिकित्सा पद्धति की महान विभूतियों चरक, सुश्रुत एवं धन्वंतरि की मूर्तियां स्थापित की जायेगी। जिसकी शुरूआत राज्य के मेडिकल कॉलेजों से की जायेगी।

सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं नर्सिंग कॉलेज में निर्माण कार्यार्ं की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त करते हुए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये।

यह भी पढ़ें -  विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने NeVA परियोजना पर कहा कि ये “उत्तराखंड विधानसभा के डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम...

यह बात प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में आयोजित चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि मेडिकल, नर्सिंग एवं अन्य चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में दीक्षा सत्रारंभ (प्रोग्राम इंडक्शन ओरिएंटेशन सेरेमनी) के दौरान ली जाने वाली हिप्पोक्रेटिक शपथ की जगह छात्र-छात्राएं ‘महर्षि चरक शपथ’ लेंगी।

डॉ0 रावत ने कहा कि ‘महर्षि चरक शपथ’ को भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के सर्वोच्च ग्रंथ चरक संहिता से लिया जायेगा। जिसको तैयार करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।

उन्होंने कहा कि देश में स्वास्थ्य शिक्षा ढांचे में नये बदलाव के अनुसार राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने भी मेडिकल छात्रों की ओर से ली जाने वाली हिप्पोक्रेटिक शपथ को बदल कर ‘महर्षि चरक शपथ’ लेने की सिफारिश की है।

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल की कलाई पर ब्रह्मकुमारीज बहनों ने रक्षासूत्र बांधकर मनाया भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षा बंधन का पर्व।

विभागीय मंत्री ने कहा कि राज्य के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में भारतीय चिकित्सा विज्ञान के प्रणेता महर्षि चरक, महर्षि सुश्रुत एवं महर्षि धन्वंतरि की मूर्तियां स्थापित की जायेगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले तीनों विभूतियों की मूर्तियां मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजां में लगेगी, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।

बैठक में डॉ0 रावत ने मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजों में चल रहे निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रत्येक सप्ताह कार्यदायी संस्थाओं के साथ निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने एवं निर्माण कार्य नियत समय पर पूर्ण कराने को कहा।

बैठक में चिकित्सा संस्थानों में एनएमसी मानकों के अनुसार फैकल्टी की तैनाती करने, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्यरत नर्सिंग एवं लैब टैक्नीशियनों के एकमुश्त समाधान के तहत नियमित करने, मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत संविदा कार्मिकों को न्यूनतम वेतनमान दिये जाने, फैकल्टी के नियमित चयन हेतु मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों, एसोसिएट एवं असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती नियमावली में आयु सीमा संशोधन किये जाने सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने पंतनगर विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत रुद्राक्ष के पौधे का किया रोपण ।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य राधिका झा, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ0 आशीष श्रीवास्तव, कुलपति उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय प्रो0 हेमचन्द्र, अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा अरूणेन्द सिंह चौहान, संयुक्त सचिव अरविंद सिंह पांगती, अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ0 आशुतोष सयाना, उप निदेशक एम0सी0 पंत सहित विभागीय अधिकारी एवं विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page