स्वर्गीय नित्यानंद स्वामी की जयंती की पूर्व संध्या पर एक वेबीनार कार्यक्रम के दौरान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
देहरादून/शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।8210438343,9771609900
देहरादून 26 दिसंबर।उत्तराखंड के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय नित्यानंद स्वामी की जयंती की पूर्व संध्या पर एक वेबीनार कार्यक्रम के दौरान विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने वर्चुअल जुड़कर पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अपने विचार रखे।
नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति के तत्वावधान में देहरादून से आयोजित वेबीनार कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने संगोष्ठी का हिस्सा बनकर पूर्व मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी के जीवन पर प्रकाश डाला वहीं कार्यक्रम के दौरान "स्वच्छ राजनीति" विषय पर अपने विचार भी रखे|
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री से जुड़े अनुभव व संस्मरण को सबके साथ साझा किया| श्री अग्रवाल ने कहा कि बहुआयामी प्रतिभा के धनी स्वर्गीय स्वामी का जन्म 27 दिसम्बर 1927 को हरियाण प्रान्त के नारनौल में हुआ था। उन्होंने लगभग सारा जीवन देहरादून में बिताया। कम आयु में ही वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जुड़ गए। इस दौरान उन्होंने 18 बार जेल की यात्रा की। पेशे से वकील और भारतीय जनसंघ से जुड़कर उन्होंने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया| राजनीति की सीढिय़ा चढते वे 1991 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के उपाध्यक्ष बनने के बाद 1992 में वे सर्वसम्मति से विधान परिषद के अध्यक्ष चुने गए। वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य की घोषणा के बाद नौ नवम्बर 2000 को उन्होंने पहले मुख्यमंत्री की शपथ ली। स्वभाव में मृदु भाषी और सरल व्यक्तित्व के स्वर्गीय स्वामी का जीवन सादगी भरा रहा।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा है कि उत्तराखंड के प्रथम मुख्यमंत्री के रुप में इस प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा एवं उन्होंने जीवनपर्यंत असहाय निर्धन एवं पीड़ित लोगों की सेवा की है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नित्यानन्द स्वामी जनसेवा समिति द्वारा समाज के कल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है जोकि स्वामी जी के विचारों एवं दूर दृष्टितता को समाज के समक्ष रखने का सराहनीय कदम है|श्री अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को स्वामी जी के आदर्शों एवं पद चिन्हों पर चलकर प्रदेश के विकास में संकल्पित होना होगा यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी|
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष आरके बख्शी, उपाध्यक्ष ज्योत्सना शर्मा, सचिव राहुल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष के के अग्रवाल, शोभना रावत, रघुवीर सिंह पवार, विजेंद्र राणा, विनायक शर्मा, अक्षय, वैभव मित्तल, नितिका शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे|