दून में डेकोरा एक्सपो का शुभारंभ ।
देहरादून 15 मार्च 2024। राजधानी में निर्माण, रियल एस्टेट और वास्तुकला का डेकोरा डिजाइन एक्सपो की
चार दिवसीय प्रदर्शनी का आज से शुभारंभ हो गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन कैंट विधायक सविता कपूर और संदीप सिंघल ने किया। उद्घाटन अवसर पर एचडी उत्तराखंड जल विद्युत निगम और एचडी अनिल यादव यूपीसीएल सतपाल यादव, सत्येंद्र सैनी और डेकोरा के डायरेक्टर सौरभ सुमन मौजूद रहे। इस प्रदर्शनी में कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए हुए हैं।
यहां आयोजित हो रही प्रदर्शनी 18 मार्च तक चलेगी। कंपनियों द्वारा यहां पर अलग-अलग स्टॉल लगाकर जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। कई डीलरों ने यहां पर आकर कंपनियों के बारे में जानकारी ली।
इस प्रदर्शनी में एक कंपनी ऐसी भी है जो खजूर के पत्ते से फर्नीचर वगैरह तैयार करती है। प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से यह कंपनी काम कर रही है।
कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि खजूर के पत्ते जब सूख जाते हैं तो इसकी परत बनाकर फर्नीचर तैयार करते हैं। इन पत्तों से बना फर्नीचर काफी मजबूत होता है।
यह कंपनी अबू धाबी की है। इसके मैनेजर डायरेक्टर अनिरुद्ध चौधरी ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में हम प्रदूषण कम करने का एक प्रयास कर रहे हैं।देहरादून 15 मार्च 2024। राजधानी में निर्माण, रियल एस्टेट और वास्तुकला का डेकोरा डिजाइन एक्सपो की चार दिवसीय प्रदर्शनी का आज से शुभारंभ हो गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन कैंट विधायक सविता कपूर और संदीप सिंघल ने किया। उद्घाटन अवसर पर एचडी उत्तराखंड जल विद्युत निगम और एचडी अनिल यादव यूपीसीएल सतपाल यादव, सत्येंद्र सैनी और डेकोरा के डायरेक्टर सौरभ सुमन मौजूद रहे। इस प्रदर्शनी में कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए हुए हैं। यहां आयोजित हो रही प्रदर्शनी 18 मार्च तक चलेगी। कंपनियों द्वारा यहां पर अलग-अलग स्टॉल लगाकर जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। कई डीलरों ने यहां पर आकर कंपनियों के बारे में जानकारी ली। इस प्रदर्शनी में एक कंपनी ऐसी भी है जो खजूर के पत्ते से फर्नीचर वगैरह तैयार करती है। प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से यह कंपनी काम कर रही है। कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि खजूर के पत्ते जब सूख जाते हैं तो इसकी परत बनाकर फर्नीचर तैयार करते हैं। इन पत्तों से बना फर्नीचर काफी मजबूत होता है। यह कंपनी अबू धाबी की है। इसके मैनेजर डायरेक्टर अनिरुद्ध चौधरी ने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में हम प्रदूषण कम करने का एक प्रयास कर रहे हैं।