विधानसभा से बर्खास्त कार्मिकों के धरने को दो माह पुरे।
शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।
देहरादून 13 फरवरी 2023।
13 फरवरी को भी विधानसभा से निर्दोष बर्खास्त कार्मिकों का आंदोलन जारी रहा इस दौरान कार्मिकों ने कहा कि जब वर्ष 2001 से वर्ष 2022 तक समान प्रक्रिया के तहत सभी भर्तियां हुई है। तो विधानसभा द्वारा बर्खास्त कार्मिकों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
अब इस उम्र के पड़ाव में ओवर ऐज कार्मिक कहां जाएंगे उन्होंने कहा कि जो उनकी जवानी थी। वह विधानसभा ने छिन ली अब उम्र के इस पड़ाव पर कौन उनको रोजगार देगा यह उनके सामने गंभीर संकट आ गया है। कहीं महिला कार्मिक विकलांग तथा विधवा है। तथा गरीब पहाड़ी हैं।
उन्होंने सरकार से तथा विधानसभा अध्यक्ष महोदय से निवेदन किया है। कि एक बार पुनः अपने द्वारा लिए गए निर्णय पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए कार्मिकों के बच्चों के भविष्य के बारे में आत्मीयता के आधार पर विचार करना चाहिए जिससे कि कहीं घरों के चूल्हे जल सकें और कार्मिकों के सामने सामने जो संकट के बादल छा रखा हैं। वह छठ सके एक महिला कार्मिक की माता का सदमे के कारण देहांत हो चुका है। और कहीं कार्मिक सदमे की जद में है। कहीं ऐसा ना हो कि कोई अनहोनी और हो जाए इसकी जिम्मेदारी सरकारी ओम विधानसभा की होगी 2 महीने से धरना दे रहे कार्मिकों का सब्र का बांध धीरे-धीरे टूट रहा है। अगर किसी भी कार्मिक को आने वाले समय में जान माल की हानि होती है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विधानसभा एवं सरकार की होगी ।
इस दौरान प्रतिभा तिवारी अक्षत शर्मा बबीता भंडारी रिशु सूर्या मयंक रावत हेमंत जोशी हिमांशु पांडे भूपेंद्र कुमार रविंद्र सिंह रावत आदि समस्त बर्खास्त कर्मचारी मौजूद थे।