बर्खास्त महिला कार्मिक का बिगड़ा स्वास्थ्य।
शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।
देहरादून 31 जनवरी 2023।
विधानसभा से बर्खास्त कार्मिकों का धरना प्रदर्शन 44 दिन भी जारी रहा ।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 सत्यनारायण सचान द्वारा विधानसभा से बर्खास्त निर्दोष कार्मिकों को अपना समर्थन दिया गया ।
इस दौरान सचान ने कहा कि यह कार्मिकों के साथ घोर अन्याय है। जब से उत्तराखंड राज्य निर्माण हुआ है। से भर्ती प्रक्रिया एक समान है तो वर्ष 2000 से लेकर 2022 तक समान प्रक्रिया के अनुसार नियुक्ति हुई है। की पुष्टि कोठिया कमेटी द्वारा भी की गई है।
कोर्ट में विधानसभा द्वारा शपथ पत्र जो दिया गया है। इस बात की पुष्टि की गई है। साथ ही महाधिवक्ता के द्वारा ली गई राई में भी समान प्रक्रिया का होना बताया गया है। फिर विधानसभा किस को गुमराह कर रही है। उन्होंने सीधे-सीधे सरकार पर निशाना साधा की मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करके कर्मचारियों के साथ न्याय करना चाहिए पूरे भारतवर्ष में उत्तराखंड देवभूमि होने के बावजूद भी अन्याय किया जा रहा है। उत्तराखंड देवभूमि देवी देवताओं का वास है। देवी देवता कभी भी देवभूमि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने देते हैं। फिर क्यों इन कर्मियों को बर्खास्त किया गया समान प्रक्रिया के तहत इनके साथ अलग व्यवहार करना कहीं का न्याय नहीं है उन्होंने कहा कि यह बद्री केदार की भूमि है। जो लोग आज सड़क पर बैठ कर रो रहे हैं। उनके आंसुओं का हिसाब विधानसभा अध्यक्ष तथा सरकार को देना ही होगा नहीं तो यह तपोभूमि है। अन्याय नहीं चलता हैं।
सचान ने कहा कि पावर का इस्तेमाल आमजन की भलाई के लिए करना उचित है। इस दौरान बर्खास्त महिला कार्मिक दीप्ति पांडे ज्ञापन देते हुए। बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी कार्मिक को तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां पर डॉक्टर द्वारा बताया गया कि उनका ब्लड प्रेशर हाई हुआ है स्ट्रेस होने के कारण ब्लड प्रेशर पड़ गया था। डॉक्टर के द्वारा उनको आराम करने की सलाह दी गई है। लेकिन बर्खास्त कार्मिकों का कहना है। कि जब तक हमारे शरीर में खून का एक कतरा है तब तक हम अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे हमारे साथ घोर अन्याय हुआ है। सामान प्रक्रिया के तहत आधे लोग अंदर और आधे लोग बाहर क्यों हैं। इस दौरान समस्त बर्खास्त कार्मिक उपस्थित थे