आजादी के सत्तर सालों में बदल रहा है पहाड़ों का माहौल और वीरान घरों के तोड़े जा रहे हैं ताले – डीपीएस रावत

0
Spread the love

आजादी के सत्तर सालों में बदल रहा है पहाड़ों का माहौल और वीरान घरों के तोड़े जा रहे हैं ताले डीपीएस रावत


देहरादून: पूर्व लोकसभा प्रत्याशी इं० डीपीएस रावत ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि आज पहाड़ों में लोग सुरक्षित नहीं है आए दिन पहाड़ों में बाहरी तत्वों द्वारा व विशेष समुदाय के लोग पहाड़ों में दिन भर फेरी के रूप में रेकी कर रहे हैं और जब मौका मिल रहा है तो रात को घरों में चोरियां कर रहे हैं पिछले 70 सालों में उत्तराखंड के पहाड़ों में दिन-प्रतिदिन माहौल बदलता जा रहा है पर प्रशासन अभी भी खुलकर कार्रवाई नहीं कर पा रहा है!
अभी पिछले दो हफ्ते पहले पोखड़ा ब्लॉक बीरोंखाल ब्लॉक के मंदिरों वा लोगों के घरों में चोरियां हुई और नजीबाबाद के कुछ लोग पकड़े भी गए फिर अचानक इस हफ्ते फिर ब्लॉक बीरोंखाल ग्राम चोर खिंडा मल्ला में रात को नौ घरों में डकैती डाली गई सभी गांव वासी नींद में थे और रात को बारह से एक बजे के आस पास घटना हुई हैं l

यह भी पढ़ें -  कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान से की शिष्टाचार भेंट।

पहाड़ों पर वीरान पड़े घर

इं० डीपीएस रावत ने कहां कि जिन घरों मे चोरी हुई
कुछ सोने के जेवर व पीतल के बर्तन गागर चोरी हो गए और चोरी होने वाले घरों की सूची इस प्रकार है
श्री जगदीश सिंह रावत पुत्र श्री सुल्तान सिंह रावत, जसपाल सिंह रावत, पुत्र स्वर्गीय श्री विशाल सिंह रावत, रघुवीर सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय श्री शेर सिंह रावत,
बलवीर सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय श्री विशाल सिंह रावत, विवेक रावत पुत्र स्वर्गीय श्री देवेंद्र सिंह रावत. मनवीर सिंह रावत प्रकाश सिंह रावत स्वर्गीय श्री कुंदन सिंह रावत ,प्रेम सिंह रावत । जिन घरों तालै तोड़े गए,
वह सभी लोग बाहर रहते हैं जबकि मेन हाईवे से यह गांव काफी नीचे है फिर भी चोरियां बढ यह एक चिन्ता का विषय है।

यह भी पढ़ें -  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद टिहरी स्थित कांगुड़ा नागराज मंदिर परिसर पहुंचकर श्री कांगुड़ा नागराज मंदिर पुनर्स्थापना जागरण समारोह में किया प्रतिभाग।


इं० डीपीएस रावत ने कहां कि इस मामले पर
पर सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोषियों को शक्त सजा मिल सके और इस तरह की घटना दुबारा पहाड़ में ना हो। पहाड़ों में फेरी वालों की घूमने पर पाबंदी लगने चाहिए क्योंकि यही लोग घटनाओं को अंजाम दे रहे है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page