2001 से 2015 वाले कर्मचारियों का मामला बिल्कुल अलग बता कर करीबियों को बचाने का किया जा रहा प्रयास: बर्खास्त कर्मचारी।
शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।
देहरादून 29 जनवरी 2023। विधानसभा से बर्खास्त कर्मियों का धरना 42 वें दिन भी जारी रहा।
कार्मिकों के द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के जन्मदिन पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई, वही उनसे न्याय की गुहार भी लगाई गई।
इस दौरान कार्मिकों ने विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि 2001 से 2015 के बीच नियुक्त कार्मिकों को बचाने का जो प्रयास विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने पिछले साल सितंबर में शुरू किया था, वही प्रयास अब भी जारी हैं।
गौरतलब है कि विधान सभा में अवैध भर्ती प्रकरण पर पिछले साल 3 सितम्बर को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने विधानसभा में राज्य निर्माण के बाद हुई भर्तियों की जांच के लिए वरिष्ठ नौकरशाह डीके कोटिया की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की थी। कोटिया समिति ने 20 सितंबर को खंडूड़ी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी और इसी रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने 2016, 2020 एवं 2021 में नियुक्त हुए 228 तदर्थ कार्मिकों को बर्खास्त कर दिया और वर्ष 2001 से 2015 के बीच नियुक्त कार्मिकों के मामले में विधिक राय लेने की बात कहकर उन्हें बचाने का प्रयास किया गया।
कार्मिकों का कहना है की स्पीकर पुरानी भर्तियों को अलग मामला बताकर बर्खास्त कार्मिकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है|