कांग्रेस कार्यालय में ताले को लेकर बवाल पूर्व विधायक रणजीत रावत का बड़ा आरोप..

Oplus_131072
कांग्रेस कार्यालय में ताले को लेकर बवाल पूर्व विधायक रणजीत रावत का बड़ा आरोप पुलिस मिलीभगत से हुआ कब्जा।
रामनगर/उत्तराखंड
रामनगर के रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय को लेकर सोमवार सुबह बड़ा बवाल खड़ा हो गया,कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने इस मामले में पुलिस प्रशासन पर सीधे तौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रणजीत रावत का कहना है कि सुबह उन्हें जानकारी मिली कि कांग्रेस कार्यालय के गेट पर लगे उनके ताले को तोड़कर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नए ताले लगा दिए गए हैं,इस जानकारी के बाद वह मौके पर पहुंचे और अपने पुराने ताले वापस लगवाए, लेकिन इसके तुरंत बाद भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया।
पूर्व विधायक रावत ने दावा किया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कहा कि कार्यालय के अंदर कुछ लोग बंद हैं, इस पर कांग्रेस नेताओं ने जवाब दिया कि यह कार्यालय उनका है और अंदर कोई भी उनका व्यक्ति मौजूद नहीं है, इसके बावजूद पुलिस ने ताला तोड़ दिया, जिसकी पुष्टि खुद रावत ने मीडिया के सामने की।रणजीत रावत ने आरोप लगाते हुए कहा,आप सबकी मौजूदगी में पुलिस ने ताला तोड़ा है, जो इस बात का प्रमाण है कि पुलिस प्रशासन इस कार्यालय पर कब्जा कराने में शामिल है,यहां तक कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी कह रहे हैं कि ऊपर बात कर लीजिए इसका मतलब साफ है कि इस कार्रवाई के पीछे ऊपर तक की मिलीभगत है.
रावत ने कहा कि पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया, जिसमें कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं और कुछ को कोतवाली में बैठाया गया है,उन्होंने दो टूक कहा हम डरने वाले नहीं हैं, पुलिस की जाति और सत्ता के दवाब का विरोध करते रहेंगे,यह हमारा कांग्रेस कार्यालय है, और हम इस पर कब्जा नहीं छोड़ेंगे। वहीं दूसरी ओर, कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि पुलिस को 112 पर सूचना मिली थी कि कांग्रेस कार्यालय में दो पक्षों के बीच तनातनी है,शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस बल भेजा गया,कोतवाल ने कहा कि मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस ने वहां मौजूदगी दर्ज की और स्थिति को नियंत्रण में रखा,उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों से अगर कोई तहरीर प्राप्त होती है तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल कांग्रेस कार्यालय के बाहर तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है और भारी संख्या में पुलिस तैनात है। मामला राजनीतिक रंग पकड़ता जा रहा है, और आने वाले समय में यह विवाद और गहराने की आशंका जताई जा रही है।