एक सप्ताह बाद भी नदी सुधर रहे हालात,दर दर भटक रहे आपदा प्रभावित लोग,खाने पीने के लिए भी नही है सामान,प्रशासन से आसरे की कर रहे मांग।

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कोटद्वार। सुखरो मालन ओर खोह नदी के उफान से आई आपदा से कोटद्वार में भारी तबाही मची है.ओर सबसे अधिक कहर खोह नदी ने बरपाया है.इस आपदा से लगभग 160 परिवार प्रभावित हुए है.इस समय हालात यह ही गए है कि आपदा प्रभावित लोगों के पास राशन ओर कपड़े तक नही है.जिसे उनकी मुस्किले कम नही हो रही है.एक सप्ताह बाद भी हालात सुधर नही रहे है.जिसे नाराज होकर रतनपुर निवासियों ने तहसील परिषर पहुँचे..ओर एसडीएम को ज्ञापन दिया.साथ ही आपदा से हुआ नुकसान की सरकार से मुवावजा की मांग की।

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इस दौरान रतनपुर निवासियों ने कहा कि कोटद्वार में 8 तारीख से लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण हम समस्त बेहड़ा स्रोत वासियों के भवन नदी में बह गये.जिसमें हमारे घर का सारा सामान, कपडे, राशन ओर अन्य सामान पानी में बह गया..जिस कारण समस्त रतनपुर बेहड़ा स्रोत वासी बेघर हो गए.लोग किसी तरह अपनी ओर अपने परिवार की जान बचाकर अन्यत्र चले गये..ओर इस मुश्किल घड़ी में प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई व्यवस्था इस जगह पर नहीं की गई है..इस समय हमारे खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं है हम सभी लोग कई दिनों से भूखे प्यासे खुले में अपना जीवन यापन कर रहे है..बारिश की इस आपदा में हमारा जीवन को बचाने की सभी चीजे पानी में बह गई है…हमारे छोटे छोटे बच्चे है तथा अब हमारी हालत यह हो गई है कि हम भूख प्यास से अपनी जान खो रहे.शासन प्रशासन देखने तो आ रहा है.लेकिन कोई मदद नही कर रहा है.

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