*उत्तराखंड विधान सभा के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है*

0
Spread the love

देहरादून,विधानसभा भवन उत्तराखंड

*उत्तराखंड विधान सभा के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है*

पंचम विधानसभा के बजट सत्र के दौरान, विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण ने 21 फरवरी, 2025 को एक दिन में सबसे लंबा 11 घंटे 51 मिनट तक सदन की कार्यवाही का संचालन कर अपना ही पूर्व का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया। यह उत्तराखंड विधान सभा के इतिहास में बिना एक सेकंड का ब्रेक लिए बिना अब तक की सबसे लंबी सत्र संचालन की अवधि है।

 

इससे पहले भी उत्तराखंड विधान सभा में लंबे सत्र चलने के कई उदाहरण मिलते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से:

यह भी पढ़ें -  नाबार्ड उत्तराखण्ड क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी रही मुख्य अतिथि।

28 फरवरी, 2024 (पंचम विधानसभा) – 11 घंटे 20 मिनट (अध्यक्ष: श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण)

15 जून, 2017 (चतुर्थ विधानसभा) – 04 घंटे 40 मिनट – अध्यक्ष: श्री प्रेमचंद अग्रवाल
06 घंटे 45 मिनिट- उपाध्यक्ष : श्री रघुनाथ सिंह चौहान

11 जून, 2002 (प्रथम विधानसभा) – 11 घंटे 11 मिनट (अध्यक्ष: श्री यशपाल आर्य) शामिल हैं।

 

लेकिन 21 फरवरी, 2025 को हुए इस ऐतिहासिक सत्र ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

माननीय विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण के इस अद्वितीय नेतृत्व ने सदन में नई ऊर्जा का संचार किया। आमतौर पर, विधान सभा सत्र के दौरान माननीय सदस्य विभिन्न कारणों से सदन में आते-जाते रहते हैं, जिससे उन्हें कार्यवाही के दौरान कुछ विश्राम मिल जाता है। लेकिन इसके विपरीत, माननीय अध्यक्ष ने बिना किसी विश्राम के, एक दिन के दूसरे सत्र में निरंतर 08 घंटे 47 मिनट तक कार्यवाही का संचालन किया, जो अपने आप में एक मिसाल है।

यह भी पढ़ें -  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिले सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, उपनल के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में सौंपा 1 करोड़ का चैक।

 

 

यह भी उल्लेखनीय है कि 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद से अब तक किसी भी सत्र की कार्यवाही के दौरान उन्होंने ब्रेक नहीं लिया है, जो उनकी कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

यह भी पढ़ें -  केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम का उत्तराखण्ड आगमन पर कैबिनेट मंत्री गणेश जशी ने किया स्वागत एवं अभिनंदन ।

यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड की विधायी प्रणाली में एक नया मानक स्थापित करती है, बल्कि अन्य विधानसभाओं के लिए भी एक प्रेरणा का कार्य करती है। विधानसभा अध्यक्ष की इस कार्यशैली ने संसदीय प्रणाली को अधिक प्रभावी और अनुशासित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

 

इस ऐतिहासिक क्षण के लिए उत्तराखंड विधान सभा की समस्त कार्यपालिका और माननीय सदस्यगणों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page