मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने जा रहे ग्राम प्रधानों को खटीमा से गिरफ्तारी पर सितारगंज लाइ पुलिस
उत्तराखंड/ खटीमा में मुख्यमंत्री के आगमन पर अपनी मांगों को लेकर काले झंडे दिखाने जा रहे ग्राम प्रधानों की गिरफ्तारी कर उन्हें सितारगंज लाया गया। खटीमा ब्लॉक सभागार में ग्राम प्रधान संघ की बैठक में मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए जाने की योजना बनायी जा रही थी। खटीमा में ग्राम प्रधान संघ ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराने की बात कही।
प्रधान संघ के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल का कहना था कि प्रधानों के बजट को बढ़ाया जाए। साथ ही मानदेय में भी वृद्धि की जाए। वर्ग 4 व स्टाम्प पर विक्रय वाली भूमि पर भी इंदिरा आवास व अन्य योजनाएं पहले की भांति ही संचालित की जायें। प्रधानों को पेंशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। प्रधानों की बैठक चल ही रही थी कि पुलिस ने सभी प्रधानों को गिरफ्तारी कर लिया। इनमें प्रधान संघ के प्रदेश अध्यक्ष सम्मल सहित करीब 70 ग्राम प्रधान षामिल थे। प्रधानों का गिरफ्तार कर सितारगंज कोतवाली लाया गया। यहां प्रधानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रधान संघ अध्यक्ष सम्मल का कहना था कि वे 12 सूत्रीय मांगों को लेकर दो वर्श से आंदोलनरत हैं। सरकार लगातार आष्वासन दे रही हैं। मुख्यमंत्री से देहरादून में भी मिले। उनके दो बार के खटीमा भ्रमण के बाद भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया। अब उन्होंने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की योजना बनाई गई थी। उनका कहना था कि आगामी 20 अगस्त को प्रधान ग्रामीण आवास योजना के लाभार्थी ग्रामीणों के साथ मुख्यमंत्री आवास कूच करेंगे। साथ ही विधानसभा चुनाव में प्रधान संघ अपना प्रत्याषी भी मैदान में उतारकर इस सरकार को उखाड़ फेंकेगा।