सीएम  पुष्कर सिंह धामी ने किया जी डी गोयनका पब्लिक स्कूल का शुभारम्भ।

0
IMG-20230406-WA0271
Spread the love

शिक्षण कार्य  पेशा नहीं बल्कि एक पवित्र नैतिक कर्तव्य -सीएम  पुष्कर सिंह धामी

देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नई शिक्षा नीति कारगर, उत्तराखण्ड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला प्रथम राज्य बना-मुख्यमंत्री


देहरादून 6 अप्रैल 2023।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिमला बाईपास रामगढ़ में जी डी गोयनका पब्लिक स्कूल का शुभारम्भ किया।

देश में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने वाले जी.डी. गोयन्का पब्लिक स्कूल समूह के विद्यालय से उत्तराखण्ड को जोड़ने के लिए स्कूल के संस्थापक कुलानन्द नौटियाल को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आशा है कि यह संस्थान भविष्य में सफलता के नवीन आयाम स्थापित करेगा।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी संस्कृति में शिक्षक अपने काम को केवल एक पेशा मात्र नहीं मानते, उनके लिए पढ़ाना एक मानवीय संवेदना है, एक पवित्र नैतिक कर्तव्य है, इसीलिए हमारे यहां शिक्षक और बच्चों के बीच प्रोफेशनल रिश्ता नहीं होता, बल्कि एक पारिवारिक रिश्ता होता है तथा यह संबंध जीवन भर का होता है। हमारी संस्कृति में शिक्षा ग्रहण करने का अर्थ केवल किताबी ज्ञान अर्जित करने तक सीमित नहीं है, यह एक ऐसी यात्रा है जिसमें हम स्वयं की और अपने अस्तित्व की खोज करते हैं। एक व्यक्ति के रूप में हमारे सर्वांगीण विकास और हमारे समाज के निर्माण में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तत्व है।

यह भी पढ़ें -  मालन पुल निर्माण पर विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त करने पहुंचे सिडकुल सिगड्ड़ी के उद्योगपति।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज नए भारत का निर्माण हो रहा है, जिसके अंतर्गत देश में अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें -  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कांग्रेस कमेटी के मुख्य समन्वयक एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि की शिष्टाचार भेंट।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्तमान समय के अनुसार, नई शिक्षा नीति को हमारे सम्मुख रखा गया है। नई शिक्षा नीति से स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। स्कूली स्तर पर ’’कौशल विकास’’ से युवा कुशलता के साथ कार्य करने में सक्षम होंगे। नई शिक्षा नीति के माध्यम से रोजगार परख शिक्षा मिलेगी, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग से तैयारी नही करनी पड़ेगी। साथ ही इससे शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा और मेरा मानना है कि देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नई शिक्षा नीति कारगर साबित होगी। आप सभी को यह बताते हुए मुझे अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है कि उत्तराखंड देश का प्रथम राज्य है जिसने स्कूली शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 को लागू किया है।

यह भी पढ़ें -  जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया शिष्टाचार भेंट।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आप सभी देश के भविष्य हैं, उत्तराखण्ड व देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी आप सभी के कंधों पर है और पूर्ण विश्वास है कि आप सभी अपना यह कर्तव्य पूर्ण समर्पण और मनोयोग के साथ पूर्ण करेंगे।

 इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डा0 धन सिंह रावत, विधायक यमुनोत्री  संजय डोभाल, मेयर देहरादून  सुनील उनियाल गामा, जी डी गोयनका समूह के एमडी श्री निपुन गोयनका, संस्थापक  कुलानन्द नौटियाल,  शिक्षकगण, अभिभावक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page