धनदा की जीत पर भैरो देवता के दर्शन करने उमड़ा राठ*
*लोगों ने मांगी थी डॉ धन सिंह रावत की जीत की मन्नत*
*मनोकामना पूरी होने पर लोगों के साथ दर्शन करने पहुंचे डॉ रावत*
श्रीनगर 19 मार्च 2022।
हाल में सम्पन्न हुये उत्तराखंड राज्य विधानसभा चुनाव में कई रंग देखने को मिले। चुनावी वैतरणी पार पाने के लिये उम्मीदवारों ने जनता को विभिन्न प्रकार से रिझाने की कोशिशें की। कई नेता तो अपनी जीत के लिये देवताओं की शरण भी ली। लेकिन श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत की जीत के लिये राठ क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने कुलदेवता से मन्नतें मांगी। मनोकामना पूरी होनो पर डॉ धन सिंह रावत के साथ राठ क्षेत्र के सैकड़ों लोग भौरों बाबा के दर्शन करने उमड़ पड़े।
विधनसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद डॉ धन सिंह रावत ने गाँव-गाँव जाकर लोगों का आभार जताया। अपने जनाभार कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भैरों बाबा के दर्शन किये। उन्होंने जनता द्वारा जीत के लिये मांगी मनौती के पूर्ण होने पर भैरों देवता के प्रति आस्था व्यक्त की और स्थानीय जनता का आभार जताया। इस दौरान उन्होंने संकल्प लेते हुए कहा कि वह हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित रहेंगे।
चुनाव में अपनी जीत के लिए नेता मंदिरों में मिन्नतें करते तो कहीं भी दिख जाएंगे लेकिन डॉ धन सिंह रावत की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके जीत के लिए राठ क्षेत्र के लोगों ने बाकायदा भैरों देवता से मन्नत मांगी थी। किसी नेता की जीत की मुराद जब आम जनता मांगे तो उसके पूरा होने पर श्रद्धा और उल्लास की सीमाओं का टूटना लाजमी है। यही नजारा सलोनखाल स्थित भैंरोंखाल मंदिर में दिखा। जहां श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से डा धन सिंह रावत की जीत के बाद स्थानीय लोग अपने आराध्य की चौखट पर शीष झुकाते हुए आभार प्रकट करने पंहुचे। यहां का नजारा किसी मेले या पर्व से कम नहीं था। लोगों का उत्साह इस बात की तस्दीक दे रहा था कि कैसे जनमानस का जुड़ाव अपने लोकप्रिय नेता के साथ होता है।
श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत राठ क्षेत्र में ढाईज्यूली पटटी में भैरों देवता के दरबार में यूं तो मिन्नतें मांगने वालों का तांता आम बात है। मान्यता है कि आराध्य की चौखट पर जो भी कोई श्रद्धा भाव से आता है, और परपंचों से इतर सही मायनों मे जनहितैषी भाव लेकर आता है उनकी मुराद हर हाल में पूरी होती है।
यहां मौजूद स्थानीय गांव फल्द्वाड़ी निवासी पूरण सिंह राणा, कुई के विनोद रावत, भटुंडा के बृजमोहन रावत, चोपड़ियूं के नरेंद्र सिंह, पपड़तोली निवासी देवेंद्र बिष्ट, पड़ाल के आनंद रावत, पाबौ के दुर्गेश थपलियाल, जगमोहन रावत, मणकोली के रूप सिंह, छानी के बिमल नेगी, कोटली भरत सिंह, सपलोड़ी के अनिल नेगी, नरेंद्र भंडारी, सतेंद्र रावत बताते हैं कि विधानसभा चुनाव में डा धन सिंह रावत को मिली जीत से पूरा क्षेत्र गदगद है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने भैरों बाबा के दरबार में अपने नेता की जीत की मिन्नत मांगी थी। मुराद पूरी हुई तो पूरे क्षेत्र के उल्लासित ग्रामीण आराध्य की चौखट पर कृतज्ञता जताने आये हैं।
राठ क्षेत्र के ग्रामीणों ने बाबा भैरों के जयकारों के बीच मंत्रोच्चार व पूरे विधि विधान के साथ देवस्थान पर पूजा अर्चना की। डॉ रावत की जीत की खुशी मनाते हुये भैरो देवता के प्रति आस्था व्यक्त की और क्षेत्र के साथ ही देश-प्रदेश की सुख शांति व समृद्धि की कामना की। बताया जा रहा है कि भैरों देवता के दरबार मे एक हजार से अधिक भक्तजनों ने आभार स्वरूप आयोजित अनुष्ठान में प्रतिभाग किया और जन जन के नेता डा धन सिंह रावत की ख्याति विस्तार की कामना की।
ग्रामीणों का कहना है कि डा धन सिंह रावत की जीत आम जनमानस की जीत है। कमजोर वर्ग की जीत है और सही मायनों में सच्चाई और जन हितों के जज्बे की जीत है। ग्रामीण कहते हैं कि विरोधी नेताओं ने अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने तक वादा किया था, लेकिन जनता ने उनके इस प्रलोभन को भी नकार दिया। भोले भाले ग्रामीणों को अपने भैरोंबाबा पर भरोसा है कि वह सदा ही उन्हें फरेब से बचाते रहते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र बिष्ट कहते हैं कि जनमानस में अपने नेता के प्रति यह भरोसा ही तो है कि आज के समय में भी लोग अपने लिए नहीं बल्कि अपने क्षेत्र व प्रदेश के विकास हेतु अपने नेता के प्रयोजन फलित होने की कामना कर रहे हैं। यह डा धन सिंह रावत की काबिलियत व लोकप्रियता का भरोसा है।
सतेंद्र रावत बताते हैं कि मिन्नत पूरी होने के बाद यहां की मातृशक्ति, युवा पीढ़ी समेत हर वर्ग में गजब का उत्साह बना है। क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि उनके नेता डा धन सिंह रावत ने जन संघर्षों का जो बीड़ा उठाया है उसमें वह निरंतर फलित होते रहें। और अपनी काबिलियत से क्षेत्र, जनपद, और प्रदेश को आगे बढ़ाते रहें।