डॉक्टरों की चूक से महिला आयोग की किच्छा सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र को कड़ी फटकार
उत्तराखंड /उधमसिंह नगर / किच्छा
संवाददाता–सुदर्शन मुंजाल
किच्छा मे गरीब गर्भवती के खुले मैदान मे प्रसव के मामले ने तूल पकड़ लिया है। दरअसल एक गरीब महिला जो की इंदिरा खेल मैदान मे खुले मे रह रही थी उसको बुधवार को ज़ब प्रसव का दर्द हुआ तब वह सामुदायिक केंद्र पहुंची थी जिस पर उसको यह कहकर भेज दिया था की महिला डॉ नहीं है l
ऐसा आरोप उसके पति ने लगाया था।घटना की जानकारी एन यू जे के एक पत्रकार को एक महिला ने दी जिस पर वह खेल मैदान पहुंच गये उन्होंने देखा की उस महिला का प्रसव होने वाला था और वह खेल मैदान मे प्रसव के लिए मजबूर थी इसके बाद मामले को शासन प्रशासन तक एन यू जे के पत्रकार ने इस बात को पहुंचाया। जिसके बाद विधायक और चिकित्सा अधीक्षक द्वारा एक एम्बुलेंस और अस्पताल की एक टीम को घटना स्थल पर भेजा।और महिला को उपचार मिल सका। पर तब तक महिला पुत्र को जन्म दे चुकी थी।
इसके बाद विधायक शुक्ला भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गये जहाँ उन्होंने महिला का हाल चाल जाना और सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र के स्टॉफ को जमकर फटकार लगाते हुए जाँच की बाद कही थी।
इस बात पर संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष शायरा बानो ने इस घटना को निंदा करते हुए कार्यवाही की बात की।ओर वहाँ उन्होंने बुधवार की घटना की जानकारी ली। जिसपर उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक डॉ त्रिपाठी को कड़े शब्दों मे इस बात की निंदा करते हुए इस घटना के लिए जवाब देहि किसकी होगी तय करने को कहा। और कौन कौन ड्यूटी पर उस वक्त था इसकी जानकारी मांगी। अस्पताल प्रशासन द्वारा कहा गया की उस दिन महिला डॉ नहीं थी इस पर शायरा बानो ने कहा की अगर वो नहीं थी तो कोई तो ड्यूटी पर होगा आखिर किसने उसे जाने दिया। अगर उसकी जान चली जाती तो।