मोदी जी प्रयासों से अगला दशक उत्तराखंड का : महाराज।

0
Spread the love

4200 करोड़ की परियोजनाओं के उपहार से निखरेगा उत्तराखंड

देहरादून/पिथौरागढ़ 12 अक्टूबर 2023। प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति, मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा आगमन के दौरान प्रदेश को 4200 करोड़ की परियोजनाओं की बड़ी सौगात देकर सिद्ध कर दिया है कि वास्तव में आने वाला दशक उत्तराखंड का ही है।

यह भी पढ़ें -  भारतीय जनता पार्टी जनपद रुद्रप्रयाग के अंतर्गत सतेराखाल चोपता मंडल की सक्रिय सदस्यता अभियान की कार्यशाला दुर्गाधार गेस्ट हाउस में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ प्रारंभ ।

प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति, मंत्री सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा आगमन पर प्रदेश को 4200 करोड़ की परियोजनाओं का उपहार देने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का पहले से ही देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उत्तराखंड से जुड़ाव और शुरुआती सफर को याद करते हुए कई बार यहां के आध्यात्मिक स्थलों का जिक्र किया है। उत्तराखंड के प्रति उनका अटूट स्नेह इस बात का प्रमाण है कि वह समय-समय पर अपने संबोधन में कई बार कह चुके हैं कि आने वाला दशक उत्तराखंड का है।

यह भी पढ़ें -  यात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार।

महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा पहुंच कर जिस प्रकार से प्रदेश को 4200 करोड़ की परियोजनाओं का उपहार देने के अलावा आदि कैलाश के दर्शन कर पार्वती कुंड के समीप पुजा अर्चना की और फिर गुंजी गांव पहुंचकर सेना के जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने स्थानीय लोगों से मिलने के पश्चात जागेश्वर धाम में शिव आराधना की। निश्चित रूप से उनकी यह पहल उत्तराखंड के विकास और पर्यटन की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगी।

यह भी पढ़ें -  दीपावली पर्व पर पूजा-अर्चना एवं प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना - ऋतु खण्डूडी भूषण

महाराज ने कहा कि उत्तराखंड सीमा पर लिपुलेख दर्रे के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा फिलहाल कोरोनाकाल से बंद है इसलिए श्रृद्धालुओं के लिए आदि कैलाश की यात्रा की शुरुआत की गई है। आदि कैलाश को भारत का कैलाश मानसरोवर कहा जाता है। चीन के कब्जे वाले तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत की परछाई जैसे मानसरोवर झील में दिखती है वैसे ही आदि कैलाश पर्वत की परछाई पर्वती कुंड में पड़ती है जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूजा अर्चना की गई।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page