आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने श्री दरबार साहिब में टेका मत्था। नवनियुक्त प्रांत प्रचारक डाॅ शैलेन्द्र सहित आरएसएस पदाधिकारियों ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से लिया आशीर्वाद।

0
IMG-20230417-WA0243
Spread the love

देहरादून 17 अप्रैल 2023। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका।

आरएसएस के नवनियुक्त प्रांत प्रचारक डाॅ शैलेन्द्र ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से आशीर्वाद लिया व शिष्टाचार भेंट की।

श्री महाराज जी ने नवनियुक्त प्रांत प्रचारक को उनकी नई जिम्मेदारी व उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
सोमवार को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का शिष्टमंण्डल श्री दरबार साहिब पहुुंचा।

यह भी पढ़ें -  विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड एवं विधायक कोटद्वार ने किया राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार का औचक निरीक्षण।

श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार उनका स्वागत किया गया। शिष्टमंण्डल में क्षेत्र प्रचारक महेन्द्र कुमार, नविनियुक्त प्रांत प्रचारक डाॅ शैलेन्द्र, प्रांत व्यवस्था सुरेन्द्र मित्तल व विभाग कार्यवाह अनिल नंदा शामिल थे।

उन्होंने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका व समसामयकि विषयों पर श्री महाराज जी से बातचीत की।
काबिलेगौर है कि डाॅ शैलेन्द्र ने हाल ही में प्रांत प्रचारक का कार्यभार ग्रहण किया है। डाॅ शैलेन्द्र आईआईटी रुड़की से बी.टैक, एम.टैक व पीएचडी गोल्ड मैडलिस्ट हैं। आईटी के क्षेत्र में वह एक जाना पहचाना नाम हैं। श्री महाराज जी ने डाॅ शैलेन्द्र को उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए हार्दिक शुभकमानाएं दीं।

यह भी पढ़ें -  मसूरी के बार्लोगंज निवासी हुकम सिंह रावत के घर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार से कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया मुलाकात।

आरएसएस के प्रतिनिधिमण्डल ने श्रीमहंत इन्दिरेश अस्पताल के द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्यवासियों व पड़ोसी राज्यों के मरीजों को दी जा रही सेवाओं की प्रशंसा की।

यह भी पढ़ें -  अक्टूबर माह में आयोजित होने वाली शहीद सम्मान यात्रा की तैयारियों की सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किया समीक्षा।

उन्होंने डाॅक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व अन्य सहयोगी स्टाफ द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय योगदान को राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रमों व शोधार्थियों द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों की भी प्रशंसा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page