पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत(सांसद गढ़वाल) को मिला बेस्ट वर्किंग पॉलिटिशन का सम्मान l
पूर्व मुख्यमंत्री सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत हुए न्यूज़ मेकर अचीवर सम्मान से सम्मानित मुंबई में आयोजित न्यूज़ मेकर अचीवर अवार्ड में देश की कई नामचीन हस्तियों को सम्मानित किया गया वहीं बेस्ट वर्किंग पॉलिटिशन का सम्मान तीरथ सिंह रावत को मिला व तीरथ सिंह रावत जी के हाथ से कई लोगों को सम्मानित भी किया गया।
पिछले 14 वर्षों से मुंबई में न्यूज़ मेकर अचीवर्स अवार्ड लगातार एक अलग स्तर के लोगों को सम्मानित करता रहा है देश की शायद ही ऐसी कोई हस्ती हो जो न्यूज़ मेकर अचीवर्स अवार्ड के बारे में न जानती हो यह वह मंच है जहां बाला साहब ठाकरे ने अपने जीवन में पहली बार अवार्ड लिया था देश की बड़ी हस्तियों से लेकर देश के अनसंग हीरो तक इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं। इस कार्यक्रम में बेस्ट वर्किंग पॉलिटीशियन के सम्मान से तीरथ सिंह रावत को नवाजा गया। तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य बनने के बाद वहां के पहले शिक्षा मंत्री रहे फिर भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में कई पदों पर रहे और 2019 लोकसभा चुनाव में भरी मतों से जीतकर संसद भी पहुंचे कुछ समय पहले उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री भी बनाया गया और मुख्यमंत्री रहते तीरथ सिंह रावत ने कई ऐसी नीतियां बनाई और ऐसी नीतियां शुरू की जिससे भाजपा की छवि साफ हुई और उन्होंने उत्तराखंड के लोगों भरोसा दिलाया की उत्तराखंड का विकास उनकी प्रार्थमिकता है। कोविड काल के दौरान भी उन्होंने अपने पूरे लोकसभा क्षेत्र का लगातार भ्रमण किया हर घर तक पहुंचे तीरथ सिंह की छवि उत्तराखंड के लोगों के सामने परिवार के सदस्य जैसी है लोग उन्हें फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री देखना चाहते है हाल के विधानसभा चुनाव में भी उनके लोकसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी को 14 में से 13 सीटों पर विजय मिली।
कार्यक्रम उनको सम्मानित करने पर उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा की वैदेही और विपिन गौड़ जिस तरह से पत्रकारिता में अपनी निष्पक्ष छवि के लिए जाने जाते है इसे ही देश में पत्रकारों का चेहरा होना चाहिए मीडिया के अधूरे सच का में भी शिकार हुआ हूं खेर जनता ही जनार्दन है और हम राजनीति और रणनीति दोनों तैयार करते है जिससे जनता के हित में कार्य कर सकें और जनता के हित में कार्य नहीं किया तो जनता हमें फिर दुबारा मौका नहीं देगी हर दिन की शुरुवात जनता की परेशानियों को सुन के होती है और रात उनके निवारण से होती है।