उत्तराखंड की रीढ़ बनेंगी फार्मा इंडस्ट्रीः मुख्यमंत्री।

0
Spread the love

सीएम ने किया एफडीए भवन व प्रयोगशाला का लोकार्पण

स्वास्थ्य मंत्री बोले, पर्वतीय क्षेत्रों में भी लगायें दवा उद्योग

शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।8210438343,9771609900
देहरादून, 12 अक्टूबर 2022 ।
खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नवनिर्मित भवन एवं राज्य औषधि विश्लेषणशाला का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज विधिवत लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री राज्य की आर्थिकी में रीढ़ का काम करेंगी, जिसके लिये फार्मा इंडस्ट्री को खुद आगे आना होगा, राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिये खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को ऑनलाइन कर दिया गया, कोई भी दवा कंपनी अब उद्योग स्थापना से संबंधी सभी कार्य ऑनलाइन कर सकेगी।

यह भी पढ़ें -  धामी सरकार की उपनल कर्मचारियों के हित में बड़ी पहल, सभी कार्मिकों को मिलेगा 50 लाख का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस।

देहरादून के डांडा लाखौण्ड में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुपये 19.78 करोड़ की लागत से निर्मित एफडीए भवन एवं औषधि विश्लेषणशाला का विधिवत् लोकार्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम को बतौर विशिष्ट अतिथि सम्बोधित करते हुये सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में फार्मा इंडस्ट्री को विकसित करने के लिये सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके लिये खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है ताकि कोई भी दवा कंपनी अब उद्योग स्थापना से संबंधी सभी कार्य ऑनलाइन कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में फार्मा इंडस्ट्री के लिये आपार संभावनाएं हैं। फार्मा कंपनियों की स्थापना से प्रदेश में रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने फार्मा इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से कहा कि वह देशभर की 100 बड़ी फार्मा कंपनियों को बुलाकर पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योग लगाने में मदद करें। इसके लिये राज्य सरकार दवा कंपनियों को पर्वतीय क्षेत्रों में हर जरूरी सुविधाएं मुहैया करायेंगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में दवा उद्योग लगने से जहां एक ओर उन्हें स्थानीय स्तर पर प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध होंगे वहीं स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। डॉ0 रावत ने कहा कि खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन में 19 विभिन्न पदों की आवश्यकता है जिन्हें शीघ्र ही सृजित कर दिया जायेगा। इसके अलावा विभाग में लम्बे समय से रिक्त चल रहे पदों को प्रतिनियुक्ति एवं सेवा स्थानांतरण से भरा जायेगा, इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। फार्मा इंडस्ट्री की ओर से आर0के0 जैन एवं संदीप जैन ने एफडीए की कार्यप्रणाली की जमकर सराहना की। उन्होंने कि राज्य में दवा उद्योग को सरकार की ओर से हर संभव सहयोग प्राप्त हो रहा है लेकिन अभी भी विद्युत की सुचारू आपूर्ति की आवश्यकता है। इसके अलावा नये उद्योगों की स्थापना हेतु और भूमि की भी आवश्यकता होगी।

यह भी पढ़ें -  कृषि मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून में 6 दिवसीय सिल्क एक्सपो का किया शुभारम्भ।

लोर्कापण कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री जनपद देहरादून सुबोध उनियाल, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ0 आर0 राजेश कुमार, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ0 आशुतोष सयाना, औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह, उपायुक्त खाद्य संरक्षा जी.सी.कंडवाल, राज्य के विभिन्न जनपदों से आये दवा उद्योग से जुड़े व्यवसायी तथा खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें -  महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत की जयंती कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने किया प्रतिभाग।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page