बदहाली के आंसू रो रहा सरकारी विद्यालय, एक अध्यापक 227 छात्र।

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शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय।8210438343,9771609900
लक्सर 2 सितंबर 2022।
आज हम आपको एक ऐसे विद्यालय से रूबरू कराने जा रहे हैं जहां पर विद्यालय में 227 बच्चे तो हैं लेकिन विभाग ने अध्यापकों की तैनाती नहीं की। एक अध्यापक और एक चपरासी से यह विद्यालय राम भरोसे चल रहा है।

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हरिद्वार जिले के लक्सर विकासखंड के अकबरपुर ऊद गांव का राजकीय प्राथमिक विद्यालय इन दिनों एक अनार सौ बीमार की तर्ज पर दयनीय परिस्थितियों में संचालित हो रहा है जहां बच्चों के विषय तो कुल 11 है मगर इन्हें पढ़ाने के लिए मात्र एक ही अध्यापक विद्यालय में तैनात है इतना ही नहीं बल्कि उसी अध्यापक के भरोसे पढ़ाए जा रहे दो विषयों पर ही बच्चों का भविष्य निर्भर है। वंही विद्यालय परिसर का नजारा कुछ ऐसा है कि बच्चे स्कूली कक्षाओं के बजाय बाहर मैदान में उछल कूद और हुड़दंग मचाते हुए दिखाई दिए कुल मिलाकर बेलगाम और अनियंत्रित स्कूली माहौल शिक्षा व्यवस्था को आईना दिखाने का काम कर रहा है इतना ही नहीं बल्कि स्कूल में तैनात एक चपरासी के भरोसे भी बच्चों को किताबी ज्ञान देने का प्रयास हो रहा है।

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एक तरफ सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के लाख दावे करती है तो वही जमीनी हकीकत कुछ और है।
बरहाल देखना होगा के लक्सर के इस विद्यालय में बच्चों को मिलने वाला शिक्षा का ज्ञान और पर्याप्त अध्यापकों की तैनाती यहा कब तक हो पाती है। या फिर यूं ही दब कर रह जाएगा यह पूरा मामला।

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